जैसा कि हम जानते हैं हमारे माँ-बाप हमें हमेशा डांटते रहते हैं😅 कि तू ज़्यादा पानी नहीं पीता/पीती, बहुत कम पानी पीता/पीती है तो वह अलग बात है कि वह खुद भी नहीं पीते है, लेकिन बच्चों को अच्छी बात सिखाना बहुत ज़रूरी है और यह एक अच्छी बात यह मानी जाती है कि हमें ज़्यादा पानी पीना चाहिए. हमने बहुत जगह पढ़ा भी है और अभी Newspaper में भी आता रहता हैं तो आईये जानते हैं हमे कितना पानी पीना चाहिए ??
क्या आपको पता है कि अगर आप ज़रूरत से ज़्यादा पानी पीते हैं तो आप अपनी kidneys (किडनी) और अपने दिमाग को तकलीफ में डाल सकते हैं और अगर आप ज़रूरत से कम पानी पीते हैं तो आपको सर मे दर्द dehydration(पानी की कमी) और बेहोशी जैसे कई सारी दिक्कतें हो सकती है यह तो आपको इसी बात से समझ आ गया होगा कि पानी हमारे लिए कितना ज़रूरी है?
कोई कहता है, दो liter(लीटर),कोई कहता है, पांच liter(लीटर) कोई कहता है इतना उतना,कितना पानी पीना चाहिए. ये कोई नही बता पाता कम ज़्यादा लेकिन कितना आईये जानते हैं ??
एक आलू में करीब अस्सी प्रतिशत तक पानी होता है. पालक में नब्बे प्रतिशत, सेब में चौरासी प्रतिशत और NATIONAL INSTITUTE OF HEALTH का कहना है कि Human beings साठ से पचहत्तर प्रतिशत तक पानी ही है जिसमें बच्चों के शरीर में पानी की मात्रा ज़्यादा और बड़ों में कम देखी जाती है.
तो हम सब इतने पानी में इसीलिए हैं क्योंकि
हमारी पूरी body इस पानी की ही मदद से काम करती है. फिर
वो चाहे हमारी body के temperature को normal
रखना हो, oxygen को पूरे शरीर में पहुंचाना हो, खाना बचाना हो, हमारे शरीर से waste को बाहर निकालना हो, पानी के बिना हमारा कुछ नहीं हो सकता.
और जैसा कि आप जानते ही हैं दिन भर में हमारे शरीर से सारा पानी, पसीना, urine के द्वारा बाहर निकल जाता है जिसकी वजह
से ही हमें इसे रोज़ के रोज़ पीने की ज़रूरत पड़ती है
हां, लेकिन कितना पानी पीना चाहिए? क्योंकि पानी हमारे शरीर के लिए इतना ज़रूरी है.|
इसको सही मात्रा में लेना भी हमारे लिए बहुत ज़रूरी है. जहां एक तरफ कम पानी पीने से आपको थकान, सर दर्द किसी चीज़ पर focus ना कर पाना, skin का dry होना और बेहोशी जैसी परेशानियां हो सकती हैं
ज़्यादा पानी पीना भी उतना ही नुकसानदायक है. हम सबको यह भी जानना बहुत ज़रूरी है कि ज़्यादा पानी पीने से हमारी kidneys पर pressure आता है हमारा खून और cells के अंदर मौजूद fluid dilute हो जाता है, जिसकी वजह से electrolytes ही कमी हो जाती है और जिसको पूरा करने के लिए हमारे cells में ज़्यादा पानी भर जाता है और हमारे cells फ़ूल जाते हैं और अगर यह cells दिमाग में फूलते हैं तो हमें confusion और सर दर्द जैसी परेशानियां हो सकती हैं. अच्छा लेकिन फिर कितना पानी पीना सही है? आपको एक दिन में कितना पानी पीना चाहिए ये बहुत सारी चीज़ों पर depend करता है?
आप गरम जगह में रहते हैं ठंडी जगह में आपकी दिनचर्या कैसी रहती है? आपकी diet कैसी है?
अगर आप running करते
हैं या exercise करते हैं तो आपको ज़्यादा पानी की
ज़रूरत पड़ेगी उस इंसान के मुकाबले जो बस घर पर बैठकर TV देख
रहा है. साथ ही साथ आपकी दिन भर में diet कैसी रहती है और
उससे भी बहुत फ़र्क पड़ता है. क्योंकि अगर आपकी diet में
फ़ल और सब्जियों की मात्रा ज़्यादा होती है तो आपको काफी ज़्यादा पानी तो वहीं से
मिल जाता है.
लेकिन एक दिन में कितना पानी पीना चाहिए तो
बताया ही नहीं. शायद आपको कोई number चाहिए है न कि
बे बस बता दो कि कितनी liter कितनी glass एक
दिन में पीना है हम पी लेंगे लेकिन मैं आपको बता दूं मेरे पास या किसी भी
वैज्ञानिक किसी भी scientist के पास आपको बताने के लिए वो number
मौजूद नहीं है. आपने कहीं ना कहीं यह भी सुना होगा कि आपको एक दिन
में दो liter या करीब आठ glass तक
पानी पीना चाहिए. पर कोई भी ऐसी study मौजूद नहीं है
जो इस बात को prove कर सके और scientifically भी इसे सही नहीं माना जाता.
सच बात तो यह है कि आपको एक दिन में कितना पानी
नहीं पीना चाहिए, इसका कोई magic formula नहीं है
पर एक चीज़ जो आपको सही से बता सकता हूं कि आपको
कितना पानी पीना चाहिए, वो है आपकी प्यास पानी पीने का फ़ंडा
बहुत simple है. आपको तभी पानी पीना चाहिए जब आपको प्यास लगे. लेकिन अगर आपको फिर भी कोई Proof चाहिए तो आपका Urine
ही काफी है. आपके Urine का color
आपको बता सकता है कि आपको ज़्यादा पानी पीने की ज़रूरत है या नहीं.
अगर आपका Urine dark आ रहा है तो आप थोड़ा ज़्यादा पानी भी लीजिए और अगर वो Normally है तो बस मत पीजिए.|
लेकिन अगर आपको फिर भी डर लग रहा है कि आप enough पानी नहीं पी रहे हैं तो आप अपनी प्यास से एक glass extra पी लो. आप को sure होने के लिए, पका करने के लिए कि आप एक दिन में enough पानी पी रहे हैं या नहीं, कई liter पीने की ज़रूरत नहीं है. तो I Hope आपको आज के simple लेकिन important सवाल का जवाब मिल गया होगा.
जब आप बहुत अधिक पानी पीते हैं तो क्या होता है?
रिपोर्ट अनुसार, जब आप बहुत अधिक पानी पीते हैं, तो आपको वॉटर पॉइजनिंग, इन्टॉक्सिकेशन या फिर मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में व्यवधान का अनुभव हो सकता है. ऐसा तब होता है, जब कोशिकाओं (मस्तिष्क कोशिकाओं सहित) में बहुत अधिक पानी होता है, जिससे उनमें सूजन आ जाती है. जब मस्तिष्क की कोशिकाओं में सूजन हो जाती है तो वे मस्तिष्क में दबाव पैदा करती हैं. इस स्थिति में आपको भ्रम, उनींदापन और सिरदर्द हो सकता है. ये प्रेशर बढ़ता है तो हाई ब्लड प्रेशर, ब्रैडीकार्डिया (bradycardia) या कम हृदय गति जैसी स्थितियों का कारण बन सकता है.
जब शरीर में पानी की अधिक मात्रा के कारण इसका स्तर गिर जाता है तो तरल पदार्थ कोशिकाओं के अंदर चला जाता है. इससे कोशिकाओं में सूजन आ जाती है. ऐसी स्थिति होने पर आपको दौरे पड़ने, कोमा में जाने या यहां तक कि मौत का भी जोखिम बढ़ सकता है.
अधिक पानी पीने के बाद शरीर में नजर आने वाले लक्षण:
पेशाब का रंग बदलना- जब आप अधिक पानी पीते हैं और इस वजह से ओवरहाइड्रेशन का शिकार होते हैं तो यूरिन के रंग में बदलाव नजर आ सकता है. इसमें आपका पेशाब पेल येलो से लेकर टी-कलर्ड दिखने लगेगा. ऐसा शरीर में पानी का स्तर बढ़ने से होता है.
बार-बार टॉयलेट भागना- सामान्य से अधिक बार जब आपको पेशाब करने के लिए टॉयलेट भागना पड़े तो समझ जाएं कि आपके शरीर में पानी की मात्रा अधिक हो गई है. आमतौर पर एक दिन में 6 से 8 बार पेशाब करना नॉर्मल है,
इसके अलावा ओवरहाइड्रेशन यानी शरीर में अत्यधिक पानी होने के कारण आपको सिरदर्द, हाथ, पैर और होंठ के रंग में
बदलाव नजर आ सकता है. शरीर अत्यधिक हाइड्रेटेड होता
है तो पैरों, हाथों और होंठों में सूजन या discoloration
नजर आ सकता है.
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